लीकेज तलाशने को मुख्य मार्ग उखाड़ा, आठ घंटे वन-वे रहा मार्ग, फिर भी नहीं मिला

 


लीकेज तलाशने को मुख्य मार्ग उखाड़ा, आठ घंटे वन-वे रहा मार्ग,जाने की मांग उठाई।



शहर में गंदे पानी की समस्या अधिकारियों के साथ आमजन के लिए भी परेशानी बन गई है। मंगलवार को सुबह लीकेज तलाशने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने महम गेट चौक पर गड्ढा खोदा तो आठ घंटे तक महम गेट का मार्ग वन-वे रहा। वाहन चालकों को एक किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करते हुए झंकार मोड़ होकर घूमकर जाना पड़ा। करीब आठ घंटे की मशक्कत और परेशानी के बाद भी लीकेज नहीं मिली। अब दूसरी जगह खुदाई की जाएगी। वहीं महम रोड पर बड़ चौक के पास की खुदाई में मुख्य लाइन में ही अवैध कनेक्शन मिले। जिन्हें काटा गया।


 

महम गेट क्षेत्र में पब्लिक हेल्थ विभाग की 14 इंची मुख्य पेयजल लाइन है। इस लाइन में लीकेज की संभावनाओं के चलते मंगलवार सुबह महम चौक पर सड़क की जेसीबी से खुदाई की गई। करीब तीन फीट गहरी खुदाई के बाद पाइप लाइन नजर आई। लेकिन पास ही बरसाती मैनहोल भी था। इस मैनहोल के अंदर से बीएसएनएल की केबल भी गुजर रही थी। बरसाती मैनहोल के बीच से टेलीफोन केबल देखकर पब्लिक हेल्थ के अधिकारी भी हैरान रह गए। बारिश पानी निकासी के मैनहोल में भरे पानी को मशीन की सहायता से निकाला गया। मौके पर पब्लिक हेल्थ विभाग के जेई कपिल श्योराण व कुनाल जेई ने भी मौके पर मुआयना किया। यहां लीकेज नहीं मिली। अब दूसरी जगह खुदाई की जाएगी। शहर की आधा दर्जन कॉलोनियों में लीकेज तलाशने को जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से खुदाई कराई जा रही है।
दो मिनट के रास्ते के लिए लगा एक घंटा, करना पड़ा एक किलोमीटर का अतिरिक्त सफर
चिड़ियाघर मोड़ से महम गेट तक का रास्ता बमुश्किल डेढ़ सौ मीटर का है। खुदाई के चलते मार्ग वन-वे किया गया तो लोगों को महम गेट जाने के लिए चिडिय़ाघर मोड़ से झंकार चौक, बड़ चौक होते हुए महम गेट जाना पड़ा। यानी एक किलोमीटर एक्सट्रा रास्ता। यहां ट्रैफिक अधिक होने के कारण जाम के हालात रहे और लोगों को यह रास्ता पार करने में एक-एक घंटा तक लग गया।
बूस्टिंग स्टेशनों के साथ पुराने शहर की आपूर्ति भी करती हैं ये लाइनें
महम चौक पर 14 इंची व 16 इंची की दो मुख्य लाइने हैं। इसमें 16 इंची लाइन तो शहर के बुस्टिंग स्टेशनों तक डाबर कॉलोनी वाटर टैंक से सप्लाई के लिए डाली गई है। जबकि 14 इंची लाइप अधिकांश पुराने शहर की पेयजल आपूर्ति के लिए डाली गई है। इस मुख्य पेयजल लाइन में कुछ अवैध कनेक्शन लोगों ने ले रखे हैं, जिससे पूरा शहर गंदा पानी पीने पर मजबूर हो गया है। इन लोगों के पब्लिक हेल्थ विभाग अब अवैध कनेक्शन काटकर उन्हें चेतावनी दे रहा है, भविष्य में ऐसा करने पर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
वर्जन:::महम चौक पर पब्लिक हेल्थ विभाग की ओर से करवाई खुदाई के कारण हांसी गेट की तरफ से आने वाले वाहनों को महम चौक पहुंचने से पहले ही झंकार मोड़ से पंचायत भवन की तरफ डायवर्ट किया गया। महम चौक पर खुदाई की वजह से एक तरफ का रास्ता बंद हो गया था। जाम की स्थिति ना बने, इसके लिए भी पर्याप्त ट्रैफिक कर्मचारी लगाए गए हैं।
-सुशील कुमार, एसआई ट्रैफिक पुलिस।
महम रोड बड़ चौक पर पिछले एक सप्ताह से लीकेज का कारण ढूंढने में लगे हुए थे। इसके लिए सडक़ के बीच गड्ढ़ा भी खोदा था। लेकिन बाद में पता चला कि किसी ने मुख्य लाइन से दो इंची पाइप से अवैध पानी का कनेक्शन ले रखा था, जिसे काट कर बंद कर दिया गया है। अब बड़ चौक पर लीकेज की कोई दिक्कत नहीं है।
- कपिल श्योराण, जेई पब्लिक हेल्थ विभाग।
महम गेट चौक पर लीकेज ढूंढने के लिए सड़क खोदी थी, लेकिन लीकेज नहीं मिली। अब दूसरी तरह लीकेज ढूंढने के लिए खुदाई कराई जाएगी। बारिश के मैनहोल में लगातार पानी आ रहा है, लेकिन ये पानी मैनहोल में किस जगह से आ रहा है, इसका अभी तक पता नहीं लगा है।
- जयभगवान चोपड़ा, एसडीओ, पब्लिक हेल्थ विभाग।
उधर, रविदास मोहल्ला में ठप सीवर व्यवस्था पर फूटा गुस्सा, की नारेबाजी
शहर के वार्ड नंबर आठ के रविदास मोहल्ला में सीवरेज व्यवस्था पिछले काफी अर्स से ठप पड़ी है। सीवरेज का गंदा पानी गलियों के अंदर भी जमा हो गया है। इसी को लेकर मंगलवार को रविदास मोहल्लावासियों ने पब्लिक हेल्थ विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। स्थानीय नागरिक बनारसीदास, मोनू, बंटी, रमेश, रोशन, शोभा, रामवती, अजय, पप्पू, कृष्ण, दया, राधा, निरंजन, विनोद ने बताया कि पिछले काफी अर्से से यहां के सीवरेज पूरी तरह से ठप पड़े हैं, जिस वजह से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। कॉलोनीवासी ने बताया कि इस समस्या को लेकर वे कई बार पब्लिक हेल्थ विभाग अधिकारियों से भी मिल चुके हैं, मगर गंदे पानी की निकासी नहीं हो रही है। उनका कहना है कि सुबह स्कूल में बच्चे भी इसी गंदे पानी के अंदर से स्कूल जाते हैं। घरों के आगे दूषित पानी जमा होने से बीमारियों के संक्रमण का खतरा भी बना है। वहीं दूषित पानी की आपूर्ति भी घरों के अंदर हो रही है। कॉलोनी वासियों ने जल्द ठप सीवरेज व दूषित पानी की आपूर्ति की समस्या का समाधान कराए जाने की मांग उठाई।